अवस्था Posted on Monday, May 7, 2012 by Chanchal Prakasham with 2 comments: मैंने बहुत कोशिश की तुमसे दूर जाने की पर हर बार जब भी सैकड़ो मिल दूर चलने के बाद वापस मुड़ का देखता हूँ, तो खुद को तुम्हारे उतने ही करीब पता हूँ | या तो तुम्हारे समीप वृत्त की परिधि बन गया हूँ मै , या इस सफ़र में तुम भी मेरे साथ चल रही हो समान दुरी बनाये हुए | - चंचल प्रकाशम् Share: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
mast be :)
ReplyDeleteFind the locus of two equidistant points :P
ReplyDelete